ई-स्टाम्प: अब घर बैठे निकालें अपने ज़रूरत के स्टाम्प पेपर
स्टाम्प पेपर खरीदने की समस्या अब पुरानी बात हो गई है। भौतिक स्टाम्प पेपर के अनुपलब्ध होने की समस्या और वेंडरों द्वारा अधिक पैसा वसूलने जैसी दिक्कतों का समाधान अब ‘ऑनलाइन ई-स्टाम्प सेल्फ प्रिंट मॉड्यूल’ ने कर दिया है। प्रदेश सरकार की इस नई सुविधा के जरिए आप घर बैठे ₹100 तक के ई-स्टाम्प आसानी से निकाल सकते हैं। यह सुविधा न केवल तेज़ और सरल है, बल्कि पूरी तरह से सुरक्षित भी है। आइए, इस नई प्रक्रिया को सरल भाषा में समझते हैं।
ई-स्टाम्प क्या है?
ई-स्टाम्प, एक डिजिटल स्टाम्प पेपर है जिसे आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इसे भौतिक स्टाम्प पेपर की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आपको शपथ पत्र, ऋण समझौता, क्षतिपूर्ति बांड आदि के लिए स्टाम्प की जरूरत है, तो अब आपको बाजार में भटकने की जरूरत नहीं है।
ई-स्टाम्प निकालने की प्रक्रिया
1. रजिस्ट्रेशन करें:
सबसे पहले स्टॉक होल्डिंग की वेबसाइट पर जाएं।
वेबसाइट खोलने के बाद "ऑनलाइन पेमेंट" विकल्प पर क्लिक करें।
इसके बाद "रजिस्टर नाउ" पर क्लिक करें।
मांगी गई जानकारी जैसे नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर, पासवर्ड आदि भरें।
आपके ईमेल पर एक ओटीपी आएगा। इसे भरकर अपनी आईडी एक्टिवेट करें।
2. लॉग इन करें और ई-स्टाम्प चुनें:
रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद अपनी लॉगिन आईडी और पासवर्ड से वेबसाइट पर लॉगिन करें।
ई-स्टाम्प का विकल्प चुनें।
आवश्यक स्टाम्प का मूल्य (₹100 तक) और अन्य जानकारी भरें।
डिजीलॉकर से केवाईसी लिंक करें।
3. पेमेंट करें:
नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड या यूपीआई जैसे माध्यमों से पेमेंट करें।
4. ई-स्टाम्प डाउनलोड करें:
पेमेंट पूरा होते ही आपका ई-स्टाम्प डाउनलोड के लिए तैयार हो जाएगा। इसे आप प्रिंट करके उपयोग कर सकते हैं।
क्या ध्यान रखें?
प्रत्येक व्यक्ति एक दिन में केवल 5 ई-स्टाम्प निकाल सकता है।
उदाहरण: यदि आपको एक दिन में 2 शपथ पत्र और 1 ऋण समझौता स्टाम्प चाहिए, तो यह आसानी से हो सकता है।
ई-स्टाम्प केवल उसी व्यक्ति द्वारा निकाला जा सकता है जिसकी लॉगिन आईडी है।
उदाहरण: यदि रमेश को स्टाम्प चाहिए, तो वह अपनी आईडी से ही इसे डाउनलोड कर सकता है। उसकी आईडी से सुरेश के लिए स्टाम्प नहीं निकाला जा सकता।
सुरक्षा: हर ई-स्टाम्प पर आपका नाम, पता, सर्टिफिकेट नंबर, तिथि और बारकोड होगा।
ई-स्टाम्प के फायदे
समय की बचत: अब आपको स्टाम्प वेंडर के पास जाने की जरूरत नहीं।
सरलता: पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और इसे समझना आसान है।
सुरक्षा: हर ई-स्टाम्प पर आपके विवरण दर्ज होते हैं, जिससे फर्जीवाड़ा रुकता है।
पारदर्शिता: स्टाम्प के लिए अतिरिक्त पैसे देने की जरूरत नहीं।
एक उदाहरण से समझें:
मालकिनी देवी को अपनी बेटी की स्कूल एडमिशन प्रक्रिया के लिए शपथ पत्र बनवाना था। पहले उन्हें वेंडर के पास जाकर ₹50 का स्टाम्प लेना पड़ता था। वेंडर से स्टाम्प मिलना भी मुश्किल होता था और कभी-कभी वह ₹70-₹80 तक मांगता था। अब, उन्होंने अपनी आईडी बनाई और घर बैठे ₹50 का ई-स्टाम्प डाउनलोड कर लिया। न कोई अतिरिक्त पैसा, न कोई झंझट।
निष्कर्ष
ई-स्टाम्प का यह नया मॉड्यूल न केवल सुविधाजनक है बल्कि पूरी तरह से पारदर्शी और सुरक्षित है। इससे न केवल समय और पैसे की बचत होती है, बल्कि इसे आम आदमी के लिए भी उपयोगी और सरल बनाया गया है। तो अब आपको स्टाम्प पेपर खरीदने के लिए घर से बाहर जाने की जरूरत नहीं। बस ऑनलाइन जाएं, आईडी बनाएं और ई-स्टाम्प निकालें।
आज ही यह सुविधा अपनाएं और डिजिटल इंडिया के इस कदम का हिस्सा बनें!
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