आपसी सहमति से तलाक: आसान भाषा में समझें तलाक एक ऐसा विषय है जो किसी भी शादीशुदा जोड़े के लिए आसान नहीं होता। लेकिन अगर दोनों पति-पत्नी यह महसूस करते हैं कि उनके बीच रिश्ते का कोई आधार नहीं बचा है और एक साथ रहना संभव नहीं है, तो आपसी सहमति से तलाक (Mutual Consent Divorce) लेना सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है। भारत में यह तलाक का सबसे व्यावहारिक और आसान तरीका माना जाता है। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि आपसी सहमति से तलाक क्या है, इसे कैसे लिया जाता है, इसमें कितना समय लगता है, और इसका प्रोसेस कैसा होता है। आपसी सहमति से तलाक क्या है? आपसी सहमति से तलाक का मतलब है कि पति-पत्नी दोनों यह समझ चुके हैं कि वे एक-दूसरे के साथ नहीं रह सकते और दोनों सहमति से शादी को खत्म करना चाहते हैं। इस प्रक्रिया में: दोनों पक्ष सहमत होते हैं कि शादी खत्म करनी है। कोई भी जबरदस्ती या दबाव नहीं होता। बच्चे की कस्टडी, संपत्ति का बंटवारा, और गुजारा भत्ता जैसे मुद्दों पर पहले ही सहमति बन चुकी होती है। कानूनी प्रक्रिया कैसे होती है? 1. अर्जी दाखिल करना (First Motion) दोनों पक्ष पारिवारिक अद...
this blog is related LLB LAWS ACTS educational and knowledegeble amendments CRPC,IPC acts.