मकान सम्पत्ति से होने वाली आय का निर्धारण कैसे किया जाता है ? ( How can be income from house property assessed ? )
मकान सम्पत्ति से आय का निर्धारण ( Computation of Income from House Property ) आयकर अधिनियम की धारा -23 के अनुसार मकान सम्पत्ति से होने वाली आय का निर्धारण निम्नलिखित दो प्रकार से किया जा सकता है - ( 1 ) किराये पर उठायी गयी सम्पत्ति की आय - धारा 23 ( 1 ) ( 2 ) स्वयं के रहने वाले मकान सम्पत्ति से आय - धारा -23 ( II ) किराये पर उठायी गयी सम्पत्ति की आय धारा 23 ( 1 ) – किसी ऐसी सम्पत्ति जो कि वार्षिक मूल्य निकाला जाता है । इसी वार्षिक मूल्य के आधार पर मकान सम्पत्ति की आय पर किराये पर उठायी गयी हो के सन्दर्भ में आय का निर्धारण निम्न प्रकार से किया जायेगा । ( a ) वार्षिक मूल्य का निर्धारण - किसी मकान सम्पत्ति पर कर लगाने के लिए उस सम्पत्ति से प्राप्त होने वाले वास्तविक किराये उचित किराये आदि के आधार पर उस सम्पत्ति का आय पर आय की गणना की जाती है । मकान सम्पत्ति का वार्षिक मूल्य वह माना जाता है जो कि निम्न में से सबसे अधिक हो- ( i ) वह राशि जिस पर वह मकान सम्पत्ति सम्भावित है कि उचित किराये पर उठायी जा सकती है , या ( ii ) अगर वास्तविक किराया ( प्रति वर्ष ) उक्त उचित किराये से ज्यादा