कानूनी भाषा में समन :- समन एक (आधिकारिक दस्तावेज है जो किसी व्यक्ति को अदालत में गवाह के रुप में हाजिर होने या प्रतिवादी के रुप में मुकदमें का सामना करने का आदेश देता है। यह अदालत या अन्य कानूनी प्राधिकरण द्वारा जारी किया जाता है। उद्देश्य:- समन का मुख्य उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया को सुचाक रूप से चलाना है। यह सुनिश्चित करता है कि :- • गवाह अदालत में उपस्थित हों और गवाही दें। • प्रतिवादी को मुकदमें की सूचना मिल सके और वह अपनी रक्षा कर सके। समन कितने प्रकार के होते हैं? समन के मुख्य रूप से दो प्रकार होते हैं- • सिविल समन :- इसका उपयोग सिविल मामलों में किया जाता है जैसे कि विवाद, तलाक, सम्पत्ति विवाद आदि। • आपराधिक समन : इसका उपयोग आपराधिक मामलों में किया जाता है। जैसे कि चोरी, हत्या बलात्कार आदि। समन में शामिल कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु :- • अदालत का जाम और पता। मुकदमें का क्रमांक प्रतिवादी । गवाह का नाम और पता • हाजिर होने की तारीख, समय और स्थान • अदालत द्वारा जारी किये जाने की तारीख • हस्ताक्षर और मुहर अनुपालन न करने पर परिणाम :- यदि कोई व्यक्ति समन का पालन नहीं
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