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भारत में दहेज हत्या में क्या सजा का प्रावधान है ? विस्तार से चर्चा करो।

अभिहस्तान्तरण लेखन से क्या अभिप्राय है ? What is meant by writing of assignment?

अभिहस्तान्तरण लेखन से हमारा अभिप्राय ऐसे लेखन से है जिसमें किसी सम्पति का या उसमें के किसी हित का हस्तान्तरण अन्तरक और आन्तरिती के बीच किसी संविदा के अन्तर्गत होता है । सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम की धारा 2 ( 10 ) के अनुसार हस्तान्तरण लेखन से अभिप्राय एकजीवित व्यक्ति द्वारा दूसरे जीवित व्यक्ति को चल या अचल सम्पत्ति के अन्तरण से है । चूँकि अभिहस्तान्तरण का कार्य किसी विलेख द्वारा ही किया जा सकता है , इसलिए ऐसे विलेख का निर्माण दूसरे प्रकार के हस्तान्तरण से या पक्षकारों से संविदा से उत्पन्न होने वाले अधिकार व दायित्व से होता है । हस्तान्तरण लेखन शब्द में वे सभी सत्यव्यवहार सम्मिलित होते हैं जिनके द्वारा कानूनी अधिकार उत्पन्न होते हैं और व्यक्तियों के बीच कानूनी सम्बन्ध की उत्पत्ति होती है । वास्तव में अभिहस्तान्तरण लेखन का अभिप्राय है कि उससे यह स्पष्ट रूप से पता चल सके कि किन परिस्थितियों में और किन अनुबन्धों सहित संविदा करने वाले व्यक्तियों का किसी सम्पत्ति से सम्बन्धित अधिकारों तथा दायित्वों में परिवर्तन हुआ । गिब्सन के अनुसार , " हस्तान्तरण लेखन की विषय वस्तु सम्बन्धी अन्तरण से सम्बद्ध विधि और सम्पत्ति के प्रकृति वाले अधिकार है जहाँ दस्तावेज का उस अभिप्राय से उपयोग किया जाता है । " 


  हस्तान्तरण लेखन का प्रमुख उद्देश्य स्पष्ट शब्दों में पक्षकारों के आगम को स्पष्ट रूप रूप से जानना है जिससे उसे स्पष्ट ज्ञान हो जाये कि पक्षकार क्या चाहते हैं और कैसे उनकी इच्छाओं को पूर्ति बिना विधि के उपबन्धों का उल्लंघन किये हुए की जा सकती है । एक हस्तान्तरण विलेख का पंजीकरण कराना भी आवश्यक है क्योंकि एक अरजिस्ट्रीकृत विक्रय पत्र साक्ष्य में मान्य नहीं होता है ।


By writing of assignment, we mean such writing in which the transfer of any property or any interest in it takes place under a contract between the transferor and the transferee.  According to Section 2 (10) of the Transfer of Property Act, writing of transfer means the transfer of movable or immovable property by one living person to another living person.  Since the act of assignment can be done only by a deed, such a deed is created by another type of transfer or by the rights and liabilities arising out of the contract between the parties.  The term conveyance writing includes all those true practices by which legal rights arise and legal relations between persons arise.  In fact, the intention of writing assignment is that it can be clearly known that in which circumstances and with which terms the rights and obligations related to any property of the contracting persons have changed.  According to Gibson, "The subject matter of the instrument of transfer is the law relating to the transfer and the rights in the nature of property where the instrument is used for that purpose."



 The main purpose of writing conveyance is to clearly know the intention of the parties in clear terms so that they get a clear idea of ​​what the parties want and how their wishes can be fulfilled without violating the provisions of the law.  It is also necessary to register a conveyance deed as an unregistered sale deed is not admissible in evidence.

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