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क्या कोई व्यक्ति पहले से शादीशुदा हैं तो क्या वह दूसरी शादी धर्म बदल कर कर सकता है?If a person is already married, can he change his religion and marry again?

इला ' और ' जिहार ' क्या होता हैं ? इनके आवश्यक तत्वों का उल्लेख कीजिए । What do you mean by ' Illa ' and ' Zihar ? Discuss the essential ingredients of these two .

 इला ( Illa ) –'इला ' का अर्थ है " जब कोई पति जिसने वयस्कता प्राप्त कर ली है और स्वस्थ चित्त हो , खुदा की कसम ( शपथ ) खा कर कहे कि वह चार महीने या उससे अधिक समय तक या किसी अनिश्चित समय तक अपनी पत्नी से सम्भोग नहीं करेगा तो उसको ' इला ' करना कहा जाता है । " इस प्रकार यदि कोई पति अपनी पत्नी से कहे कि " मैं खुदा की कसम खा कर कहता हूँ कि मैं तुम्हारे पास नहीं जाऊंगा " तो वह " मान्य इला " है । 

Illa – 'Illa' means "when a husband who has attained majority and is of sound mind, swears by God that he will marry her for four months or more or for an indefinite period".  If he does not have sex with his wife, then it is called 'Ila'." Thus, if a husband says to his wife that "I swear by God that I will not go near you" then it is "valid Ila".


  जब पति ' इला ' करने के बाद चार माह तक अपनी पत्नी से सम्भोग नहीं करता तो विवाह - विच्छेद हो जाता है और उसके वह विभिन्न परिणाम होते हैं जो पति द्वारा दिये गये अखण्डनीय तलाक के हैं । ' इला ' में पति को ' मुली ' एवं पत्नी को ' मुला ' कहा जाता है । 


इला के आवश्यक तत्व ( Ingredients of Illa ) - ' इला ' के निम्नलिखित आवश्यक - तत्व है-

 ( 1 ) पति का स्वस्थ चित्त और वयस्क होना आवश्यक है ।

 ( 2 ) वह अल्लाह की कसम खाये या प्रतिज्ञा करे । 

( 3 ) यह कि वह चार महीने या अधिक समय तक पत्नी से सम्भोग नहीं करेगा ।

 ( 4 ) इस प्रतिज्ञा का पालन करता हुआ पत्नी से चार महीने या अधिक समय तक सम्भोग नहीं करे । 


  शिया और शफई विचार पद्धति के अनुसार पत्नी दाम्पत्य अधिकारों के पुनर्स्थापन के लिए न्यायालय में आवेदन करने की हकदार होती है और रोजा किये जाने पर पति को दो विकल्प प्राप्त होते हैं-


When the husband does not have sexual intercourse with his wife for four months after 'Ila', the marriage is dissolved and has the same consequences as irrevocable divorce given by the husband.  In 'Ila' the husband is called 'Muli' and the wife is called 'Mula'.



 Ingredients of Illa - 'Ila' has the following essential elements-


 (1) The husband must be of sound mind and adult.


 (2) He swears or makes a promise by Allah.


 (3) That he shall not have sexual intercourse with his wife for four months or more.


 (4) Following this vow, do not have sex with your wife for four months or more.



 According to the Shia and Shafai school of thought, the wife is entitled to apply to the court for the restoration of conjugal rights, and the husband has two options after fasting:


( 1 ) उसे तलाक दे दे , या 

2 ) फिर उससे सम्भोग शुरू कर दें और दोनों के इन्कार कर देने पर न्यायालय को विवाह विच्छेद  प्रदान करने की शक्ति होती है । 

किन्तु सुन्नी - विधि के अन्तर्गत न्यायिक कार्यवाही आवश्यक नहीं है ।

 इला का रद्द किया जाना ( Cancellation of Illa ) - इला निम्नलिखित में रद्द हो जाता है 

 ( 1 ) यदि 4 महीने के अन्दर पति सम्भोग फिर से शुरू कर दे , या 

( 2 ) यदि इस अवधि के भीतर मौखिक रूप से बता का खण्डन कर दिया जाए । 

इला - विधि से विवाह - विच्छेद भारत में प्रयोग में नहीं है और न ही इसका भारत में कोई महत्व है ।



( 2 ) जिहार ( Zihar ) - " बिहार ' शब्द की उत्पत्ति अरबी शब्द ' जिहर ' से हुई है जिसका अर्थ होता है - पीठ ( back ) । विधि में जिहार का आशय है - निषिद्ध तुलना , अर्थात् जब पति अपनी पत्नी को किसी ऐसी नातेदार स्त्री के तुल्य कहता है जो उससे रक्त सम्बन्ध विवाह सम्बन्ध  या दुग्ध - सम्बन्ध के कारण निषिद्ध कोटि में आती है और जिसके संग मुस्लिम विधि के अनुसार विवाह निषिद्ध है , तो ऐसे कार्य को ' जिहार ' कहते हैं - जैसे कोई पुरुष अपनी पत्नी से कहे कि" तुम तो मेरे लिए मेरी माँ की तरह हो । इसका परिणाम यह होता है कि जिहार करने पर पुरूष  के लिए यह हराम हो जाता है कि वह अपनी पत्नी के साथ सम्भोग करे । चूंकि जिहार के कारण मैथुन कार्य वर्जित हो जाता है । अतएव मैथुन कार्य की सहयोगी सभी सुविधाएँ जैसे आलिंगन इत्यादि भी अवैध और निषिद्ध हो जाते हैं । 


मुल्ला के अनुसार , " यदि पति ( स्वस्थ चित्त और वयस्क ) अपनी पत्नी की तुलना अपनी माँ या निषिद्ध आसार्त के भीतर की किसी स्त्री से करे , तो जब तक वह प्रायश्चित न कर पत्नी को उससे सम्भोग करने से इन्कार करने का अधिकार है । प्रायश्चित द्वारा आत्मशुद्धि करने पर पत्नी को न्यायिक विवाह विच्छेद के लिए आवेदन करने का अधिकार हो जाता है । 


जिहार के आवश्यक तत्व  : " . ( Essential In gredients ) 

( 1 ) पति वयस्क हो ( Husband must be major ) | 

( 2 ) स्वस्थ चित्त हो ( Sound mind ) | 


( 3 ) पत्नी की तुलना अपनी माँ या बहन या किसी अन्य ऐसी स्त्री से करे जिससे विवाह करना वर्जित हो । 


(1) divorce him, or


 2) Then start sex with her and if both refuse, the court has the power to grant divorce.


 But judicial proceedings are not necessary under Sunni law.


 Cancellation of Illa - Illa gets canceled in the following


 (1) If the husband resumes sexual intercourse within 4 months, or


 (2) If the statement is rebutted orally within this period.


 Divorce by Ela-Vidhi is not in use in India, nor does it have any importance in India.




 (2) Zihar - The word 'Bihar' is derived from the Arabic word 'Zihar' which means back.  A relative is said to be equal to a woman who falls into the forbidden category because of blood relation, marriage relation or milk relation and with whom marriage is prohibited according to Muslim law, then such an act is called 'Zihar' - like a man marrying his wife.  Say that "You are like my mother to me.  The result of this is that it becomes haraam for a man to have sexual intercourse with his wife when he does zihar.  Since sexual intercourse is prohibited due to Zihar.  Therefore, all the facilities which are helpful in sexual intercourse like hugging etc. also become illegal and prohibited.



 According to the mullah, "If a husband (of sound mind and adult) compares his wife to his mother or to a woman within a forbidden asarat, the wife has the right to refuse to have sex with him until she does atonement." Atonement  On self-purification by the wife, the wife gets the right to apply for judicial divorce.



 Essential ingredients of Jihar: ". (Essential Ingredients)


 (1) Husband must be major.


 (2) Have a sound mind.



 (3) Compare the wife with your mother or sister or any other woman who is forbidden to marry.


 जिहार द्वारा तलाक दिये जाने पर पत्नी को यह अधिकार होगा कि वह पति के पत्नी मागम ( Intercourse ) करने के लिए उस समय सहयोग करने से मना कर दे जब पति कानून द्वारा निर्धारित प्रायश्चित न करले , उदाहरण के लिए गुलाम को स्वतन्त्र करना , निर्धन को भोजन कराना या दो माह उपवास रखना इत्यादि । दूसरे , स्त्री न्यायालय में यह प्रार्थनापत्र दे कि पति या तो प्रायश्चित करे या नियमित तलाक दे । 


धर्मग्रन्थ हेदाया में कहा गया है कि यदि पति यह घोषित करे कि उसकी तुलना करने में उसकी  इच्छा केवल पत्नी को आदर देने की थी तो प्रायश्चित आवश्यक  नहीं है ।


जिहार द्वारा तलाक का कानूनी प्रभाव - जिहार द्वारा तलाक देने के निम्नलिखित कानूनी को परिणाम होते हैं -

( अ ) पति - पत्नी द्वारा समागम गैर कानूनी हो जाता है ।

 ( ब ) पति प्रायश्चित के दोष से निवृत्त हो जाता है । 

 ( स ) पत्नी को न्यायिक पृथकता ( Judicial separation ) के लिए प्रार्थना पत्र देने का अधिकार है । 

अमीर अली के अनुसार , " जिहार पति के लिए केवल उसी स्थिति में बन्धनकारी होगा जब तुलना का आशय “ तिरस्कार करना रहा हो । " हेदाया के अनुसार , " यदि वह यह घोषणा करे कि तुलना में उसका आशय पत्नी के प्रति सम्मान प्रकट करता था तो प्रायश्चित जरूरी नहीं होगा ।


 शिया विधि - शिया - विधि पत्नी के पीडक तुलना के समय दो साथियों की उपस्थिति पति आवश्यक समझती है । मुता विवाह जिस पर किसी और तरह का तलाक लागू नहीं है । जिहार की विधि से विच्छिन्न किया जा सकता है । 
 भारतवर्ष में जिहार का महत्व समाप्त हो गया है ।
    
Divorced by Zihar, the wife will have the right to refuse to co-operate with the husband in having intercourse with his wife, when the husband does not make the atonement prescribed by law, for example, to free the slave, to the poor.  Providing food or keeping fast for two months etc.  Secondly, the woman should give an application in the court that the husband should either make atonement or give a regular divorce.



 The scripture Hedaya states that atonement is not necessary if the husband declares that his intention in comparing her was only to honor the wife.



 Legal effect of talaq by zihar - The giving of talaq by zihar has the following legal consequences -


 (a) Sex between husband and wife becomes illegal.


 (b) The husband retires from the guilt of atonement.


 (c) The wife has the right to apply for judicial separation.


 According to Amir Ali, "Zihar will be binding on the husband only if the intention of the comparison is "disdain."  Atonement will not be necessary.



 Shia Method - Shia - The husband considers the presence of two companions necessary at the time of comparing the wife's pain.  Muta marriage to which no other form of divorce is applicable.  Can be separated by the method of Zihar.

 The importance of Zihar has ended in India.

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