अनुसूचित जाति के व्यक्ति पर हमला करने वाले व्यक्तियों को सजा कैसे दिलायें। दलित व्यक्ति को न्याय प्राप्त करने के लिए कौन-कौन कानूनी प्रक्रियाएं होती हैं।
यदि एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति को कुछ मुस्लिम लोगों द्वारा शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया है, और पुलिस ने इस पर अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है, तो अधिवक्ता के रूप में कार्य करने के लिए निम्नलिखित कानूनी प्रक्रियाएँ और तर्क उपयोग किए जा सकते हैं। 1. पुलिस में प्राथमिकी ( FIR ) दर्ज कराना:→ यदि पुलिस शिकायतकर्ता की तहरीर के बावजूद FIR दर्ज नहीं करती है, तो आपको धारा 156(3) के तहत न्यायालय में आवेदन करना चाहिए। इस धारा के तहत मजिस्ट्रेट को अधिकार है कि वह पुलिस को मामले की प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दे। 2. घटना की कानूनी धाराएँ:→ मामले में निम्नलिखित धाराएँ शामिल हो सकती हैं, जो परिस्थिति पर निर्भर करती हैं:→ • IPC की धारा 323 →: चोट पहुँचाना, जिसमें साधारण चोट के लिए सजा का प्रावधान है। • IPC की धारा 325 →: गंभीर चोट पहुँचाने के लिए, यदि चोट गंभीर है। • IPC की धारा 506 →: धमकी देना, यदि जान से मारने या गंभीर रूप से घायल करने की धमकी दी गई हो। • SC/ST (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 →: यदि दलित व्यक्ति पर हमला जाति के आधार पर हुआ है, तो इस अधिनियम की धाराएँ ला...