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AIBE में फेल होने पर डिग्री पर क्या असर पड़ता है, और इससे जुड़े महत्वपूर्ण सवाल?



 Supplementary Pending रहते हुए AIBE देने के फायदे और नुकसान

📌 परिचय 

AIBE (All India Bar Examination) 🏛हर विधि स्नातक (Law Graduate) के लिए एक अनिवार्य परीक्षा है, जिसे पास करने के बाद ही Bar Council of India (BCI) द्वारा Certificate of Practice (COP) जारी किया जाता है।
कई छात्रों के मन में यह सवाल आता है कि अगर उनके supplementary/backlog pending हैं, तो क्या वे AIBE दे सकते हैं?
आइए इस पूरे मुद्दे को step-by-step समझते हैं।

1. AIBE Form भरना

वर्तमान नियमों के अनुसार Final Year Law Students भी AIBE के लिए रजिस्टर कर सकते हैं।

यदि किसी छात्र के पास backlog/supplementary है, तो उसे AIBE फॉर्म भरते समय affidavit/undertaking देनी होगी कि वह अपनी degree backlog-free करेगा।

👉 उदाहरण:
राहुल ने LLB की final semester परीक्षा दी, लेकिन उसका एक subject में supplementary आ गया। उसने फिर भी AIBE के लिए फॉर्म भरा और affidavit दिया कि वह जल्द ही बैकलॉग clear कर देगा।

2. AIBE Exam देना

आप AIBE परीक्षा दे सकते हैं और परिणाम भी घोषित होगा।

लेकिन यह परिणाम provisional (अस्थायी) माना जाएगा, जब तक supplementary clear नहीं हो जाती।

👉 उदाहरण:
राहुल ने AIBE पास कर लिया, लेकिन उसकी supplementary pending थी। जब तक उसने वह पास नहीं की, उसका AIBE result सिर्फ provisional ही रहा।

3. Enrollment Certificate (State Bar Council)

AIBE पास करने के बाद COP (Certificate of Practice) जारी होता है।

यदि supplementary clear नहीं हुई तो COP नहीं मिलेगा।

👉 उदाहरण:
राहुल ने AIBE पास किया, लेकिन backlog clear नहीं कर पाया। नतीजा, उसे Advocate practice का certificate नहीं मिला।

4. AIBE Result Validity

Supplementary clear कर लेने पर AIBE result confirm हो जाता है और COP मिल जाता है।

Supplementary fail होने पर AIBE result अपने-आप रद्द (cancel) हो जाता है।

👉 उदाहरण:
अगर राहुल supplementary clear कर लेता है, तो उसका AIBE result valid हो जाएगा।
अगर नहीं करता, तो AIBE का result ऐसे हो जाएगा मानो उसने परीक्षा दी ही नहीं।

✅ फायदे (Advantages)

समय की बचत – अगर आप supplementary clear कर लेते हैं, तो AIBE result पहले से तैयार रहेगा और enrollment में देर नहीं होगी।

एक अवसर हाथ से नहीं जाएगा – AIBE का attempt waste नहीं होगा, यदि आप बाद में backlog clear कर लेते हैं।

मानसिक तैयारी – परीक्षा का अनुभव पहले से मिल जाएगा, जिससे अगली बार और आत्मविश्वास से देंगे।

❌ नुकसान (Disadvantages)

Risk Factor – अगर supplementary fail हो गए, तो AIBE का पूरा result waste हो जाएगा।

Provisional Status – backlog रहते हुए certificate of practice नहीं मिलेगा।

अतिरिक्त दबाव – साथ में supplementary और AIBE दोनों की तैयारी का मानसिक बोझ बढ़ सकता है।

🔑 निष्कर्ष (Conclusion)

यदि आपको विश्वास है कि आप supplementary clear कर लेंगे, तो AIBE का फॉर्म भरना एक अच्छा विकल्प है।

लेकिन अगर तैयारी कमजोर है, तो safe route यही है कि पहले supplementary clear करें और उसके बाद ही AIBE confidently दें।

👉 याद रखें:
AIBE का असली फायदा तभी मिलेगा, जब आपकी LLB degree backlog-free होगी।

✨ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q. क्या supplementary रहते हुए AIBE फॉर्म भर सकते हैं?
हाँ, भर सकते हैं, लेकिन affidavit देना होगा।

Q. अगर supplementary fail हो गया तो क्या होगा?
आपका AIBE result अपने-आप cancel हो जाएगा।

Q. क्या AIBE result की validity backlog clear करने के बाद भी बनी रहती है?
हाँ, यदि आप बाद में supplementary clear कर लेते हैं, तो result confirm हो जाएगा।

👉 इस तरह, Supplementary pending रहते हुए AIBE देना एक double-edged sword है – फायदा भी है और जोखिम भी।
सही निर्णय आपकी तैयारी और आत्मविश्वास पर निर्भर करता है।



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AIBE (All India Bar Examination) – Frequently Asked Questions (FAQs)

1. AIBE कितनी बार दी जा सकती है?

👉 AIBE में बैठने की कोई लिमिट नहीं है। अगर आप एक बार फेल हो जाते हैं, तो आप अगली बार फिर से फॉर्म भरकर परीक्षा दे सकते हैं।

2. क्या AIBE पास करना ज़रूरी है?

👉 हाँ, अगर आप कोर्ट में वकालत (Litigation Practice) करना चाहते हैं तो AIBE पास करना अनिवार्य है। इसके बिना आप Certificate of Practice (COP) नहीं पा सकते।

3. अगर AIBE फेल हो जाऊँ तो क्या होगा?

👉 आपकी LL.B. डिग्री वैध रहती है। फर्क सिर्फ इतना होगा कि आप तब तक कोर्ट में वकालत नहीं कर पाएंगे जब तक AIBE पास नहीं कर लेते। आप चाहें तो कॉरपोरेट लीगल सेक्टर, रिसर्च या पढ़ाई (LL.M., PhD) जारी रख सकते हैं।

4. AIBE की फीस कितनी है?

👉 AIBE की फीस हर साल बदल सकती है, लेकिन सामान्यतः –

General/OBC Candidates: लगभग ₹3,500 – ₹3,800

SC/ST Candidates: लगभग ₹2,500 – ₹2,600
(अलग-अलग राज्यों और नोटिफिकेशन के अनुसार थोड़े बदलाव हो सकते हैं।)

5. AIBE की तैयारी कैसे करें?

👉 तैयारी के लिए कुछ सुझाव –

Bare Acts (जैसे – BNS, BNSS, CPC, BSA Act) अच्छी तरह पढ़ें।

पिछले सालों के Question Papers हल करें।

Legal Maxims और Constitutional Provisions पर खास ध्यान दें।

समय प्रबंधन (Time Management) का अभ्यास करें।

6. क्या AIBE Online होती है या Offline?

👉 AIBE परीक्षा मुख्यतः Offline (OMR based) होती है। इसमें आपको प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका दी जाती है, जिसे भरना होता है।

7. AIBE में कितने नंबर चाहिए पास होने के लिए?

👉 पास होने के लिए न्यूनतम अंक –

General/OBC Candidates: 45%

SC/ST Candidates: 40%

8. क्या AIBE Open Book Exam है?

👉 पहले AIBE Open Book Exam हुआ करती थी, लेकिन हाल के वर्षों में इसमें बदलाव किए गए हैं। अब Bare Acts ले जाने की अनुमति सीमित या प्रतिबंधित हो सकती है। इसलिए हर बार की आधिकारिक गाइडलाइन ज़रूर पढ़ें।

9. AIBE पास करने के बाद Certificate of Practice कब मिलता है?

👉 परीक्षा पास करने के कुछ महीनों बाद, Bar Council of India (BCI) द्वारा Certificate of Practice जारी किया जाता है, जो आपको पूरे भारत में प्रैक्टिस का अधिकार देता है।





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