गर्भपात का अधिकार का क्या मतलब होता है?महिलाओं के संवैधानिक और सांस्कृतिक अधिकारों की पूर्ण व्याख्या
ब्लॉग पोस्ट: महिलाओं का गर्भपात का अधिकार और भारतीय सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक निर्णय महिलाओं के अधिकारों को लेकर भारत में 2022 का साल बेहद खास रहा। उस समय जब अमेरिका में महिलाओं के गर्भपात के अधिकारों पर पाबंदी लगाई जा रही थी और ईरान में महिलाएं हिजाब के विरोध में अपनी जान कुर्बान कर रही थीं, भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए महिलाओं को गर्भपात का अधिकार दिया। यह फैसला न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम था, बल्कि यह भारतीय समाज में महिलाओं की स्वतंत्रता और उनके शरीर पर उनके अधिकार को भी रेखांकित करता है। ब्लॉग की रूपरेखा परिचय गर्भपात का अधिकार क्या है और क्यों ज़रूरी है? दुनिया में महिलाओं के अधिकारों की स्थिति। भारतीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला (2022) 24 हफ्ते तक गर्भपात का अधिकार। विवाहित और अविवाहित महिलाओं के बीच अंतर को खत्म करना। महत्वपूर्ण केस का उदाहरण 25 वर्षीय युवती का मामला। दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप। एमटीपी एक्ट 2021 का संशोधन "पति" की जगह "पार्टनर" शब्द का इस्तेमाल। ...