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दलित व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार की अमानवीय घटना कारित करने वाले व्यक्तियों को सजा कैसे दिलायें ?

अपराध शास्त्र के सम्प्रदायों के बारे में आलोचनात्मक विवेचना कीजिए?

अपराध शास्त्र एक व्यापक और बहु-विषयक क्षेत्र है जो अपराध, अपराधियों, और न्यायिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है। इस क्षेत्र में विभिन्न सम्प्रदाय और दृष्टिकोण हैं जो अपराध के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनका विश्लेषण करने का प्रयास करते हैं। प्रमुख सम्प्रदाय निम्नलिखित हैं:-→  1.शास्त्रीय सम्प्रदाय (Classical School):-→   शास्त्रीय सम्प्रदाय का उदय 18वीं शताब्दी में हुआ और इसके प्रमुख विचारक सेसर बेक्कारिया और जेरेमी बेंथम थे। इस सम्प्रदाय का मानना है कि अपराध एक स्वेच्छापूर्ण क्रिया है और अपराधियों को उनकी पसंद के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। इस दृष्टिकोण के अनुसार, कानून को स्पष्ट और निष्पक्ष होना चाहिए और दंड को अपराध के अनुपात में होना चाहिए ताकि यह अपराधियों को पुनः अपराध करने से रोक सके।    (2. )सकारात्मक सम्प्रदाय (Positivist School):→  सकारात्मक सम्प्रदाय 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में उभरा और इसके प्रमुख विचारक सीज़र लोम्ब्रोसो, एनरिको फेर्री, और रैफेल गारोफालो थे। इस सम्प्रदाय का मानना है कि अपराध एक सामाजिक, जैविक, और मनोवैज्ञानिक कारकों के संयोजन का...